Sant / संत

।जय श्री यमुने।। शुभप्रभात् ।

          

"सन्तन के संग लाग रे तेरी अच्छी बनेगी"

ठाकुर जी की कृपा से जब संत की कृपा हो जाती है। तो यह निश्चित हो जाता है की आप पर अब ठाकुर जी कृपा अब अवश्य ही होगी। यदि आपको एक सही सन्त और सही गुरु का आशीर्वाद मिल जाए तो आपकी मंजिल दूर नहीं रह जाती। वह सन्त आप पर कृपा कर आपको एक पत्थर से हीरा बना देते है।

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